Delhi Vidhan Sabha Session 2025 की शुरुआत ऐतिहासिक शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुई, जिसमें नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ली। इस सत्र ने दिल्ली की राजनीतिक यात्रा के एक नए अध्याय की नींव रखी। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एकत्रित हुए और दिल्ली के लिए इस नए विधायी कार्यकाल की शुरुआत का गवाह बने। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता अरविंदर सिंह लवली को अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) के रूप में चुना गया, जिनकी शपथ उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिलाई। इस सत्र की शुरुआत से ही उत्साह और बदलाव की लहर महसूस की गई।
Delhi Vidhan Sabha Session 2025: सत्र की शुरुआत और शपथ ग्रहण
#WATCH | BJP MLA Arvinder Singh Lovely takes oath as the Delhi Assembly Protem Speaker at Raj Niwas. The oath is being administered by LG VK Saxena
The first session of the Delhi Assembly is going to start from today. pic.twitter.com/cDDwkDrK3U
— ANI (@ANI) February 24, 2025
- प्रोटेम स्पीकर अरविंदर सिंह लवली की नियुक्ति: भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने प्रोटेम स्पीकर का पद संभाला, जिन्हें उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा शपथ दिलाई गई। उनकी शपथ के बाद, लवली ने नए स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया की देखरेख की।
- नए विधायकों का शपथ ग्रहण: स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के चुनाव के बाद, बाकी 70 निर्वाचित विधायकों ने भी शपथ ली। इस सत्र का माहौल काफी उत्साहित था और यह दिल्ली के नए विधायकों के लिए नई जिम्मेदारियों की शुरुआत का प्रतीक बना।
पारंपरिक परिधान और सांस्कृतिक प्रदर्शन
इस सत्र की एक विशेषता थी विधायकों द्वारा पहने गए पारंपरिक परिधान। रंग-बिरंगे पगड़ी, धोती-कुर्ता जैसे पारंपरिक परिधानों में नेता अपनी सांस्कृतिक जड़ों को दर्शा रहे थे। अनिल झा ने मैथिली भाषा में शपथ ली, जबकि अन्य सदस्यों ने अपनी क्षेत्रीय भाषाओं का उपयोग किया। कपिल मिश्रा ने संस्कृत में शपथ ली, जबकि सरदार सिरसा ने पंजाबी में शपथ लेकर अपनी सांस्कृतिक पहचान का प्रदर्शन किया। यह दृश्य दिल्ली की विविध सांस्कृतिक धरोहर को और भी मजबूत करता है।
राजनीतिक चर्चाएँ और संवाद
सत्र के दौरान औपचारिकताओं के अलावा कुछ दिलचस्प क्षण भी देखने को मिले। भाजपा विधायक नीरज बैसौया ने शपथ के बाद प्रोटेम स्पीकर अरविंदर सिंह लवली के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वहीं, भाजपा विधायक शिखा राय ने शपथ के दौरान अपने पति का नाम लिया, जिस पर उनके सहयोगियों ने ध्यान आकर्षित किया। आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं, जैसे विपक्ष की नेता आतिशी ने हिंदी में शपथ ली, जो उनके जनता से जुड़ाव को दर्शाता है।
दिल्ली की चुनौतियों पर ध्यान: जल, सीवेज और बुनियादी ढांचा
नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने दिल्ली की समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए जल, सीवेज और बुनियादी ढांचे पर फोकस किया। भाजपा नेताओं, जैसे अशोक सूद और रवींद्र सिंह ने जल आपूर्ति, स्वच्छ सीवेज प्रणाली, और बेहतर सड़कों की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता जताई। दशकों से दिल्ली में जल संकट और सीवेज की समस्या ने जनता को परेशान किया है, और अब नई सरकार से उम्मीद है कि इन मुद्दों पर प्रभावी कार्रवाई होगी।
रवींद्र सिंह ने अपने क्षेत्र के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा करना उनकी प्राथमिकता होगी।
आतिशी का विपक्ष का स्वर
आम आदमी पार्टी (आप) की विपक्ष की नेता आतिशी ने अपनी पहली स्पीच में सरकार को बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्हें किए गए वादों की याद दिलाई। उन्होंने भाजपा सरकार पर ₹2,500 प्रति माह की घोषणा को पूरा करने के लिए दबाव डाला और आश्वासन दिया कि विपक्ष इस मुद्दे को लगातार विधानसभा में उठाएगा। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार की उपलब्धियों को भी रेखांकित किया, जिनके कार्यकाल में दिल्ली का बजट ₹30,000 करोड़ से दोगुना हो गया और जनता को मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलीं।
Delhi Vidhan Sabha Session 2025: विधानसभा में चर्चा और प्रमुख मुद्दे
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने मंत्रियों के साथ शपथ ली, जिससे राजधानी के लिए एक नई यात्रा शुरू हुई। रेखा गुप्ता ने जीत का संकेत दिखाते हुए अपने नेतृत्व और जनता की सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। उनके नेतृत्व में मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य भी जनता की सेवा की शपथ लेते हुए सत्र की गरिमा बढ़ाई।
अब विधानसभा से दिल्ली की जनता की उम्मीदें बढ़ गई हैं, और सभी की नजरें सरकार के कामकाज पर टिकी हैं।
निष्कर्ष: Delhi Vidhan Sabha Session 2025
दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र ऊर्जा और उत्साह से भरपूर रहा। इस सत्र में परंपराओं और राजनीति का अनूठा संगम देखा गया, जिसमें जनता की समस्याओं पर फोकस किया गया। भाजपा सरकार ने राजधानी की प्रमुख समस्याओं, जैसे जल संकट, सीवेज और बुनियादी ढांचे पर काम करने का संकल्प लिया है। वहीं, आप की विपक्षी टीम सरकार पर निगरानी रखेगी, ताकि जनता को किए गए वादों का पालन हो सके। अब देखना होगा कि आने वाले महीनों में सरकार कैसे काम करती है और राजधानी को किस दिशा में लेकर जाती है।