उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खग्गू सराय क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन मंदिर के कुएं से 46 वर्षों बाद देव मूर्तियों की प्राप्ति हुई है, जिससे स्थानीय समुदाय में उत्साह और श्रद्धा का माहौल है।
घटना का विवरण:
- मंदिर का इतिहास: खग्गू सराय का यह मंदिर लगभग 100 वर्ष पुराना है और स्थानीय निवासियों के लिए आस्था का केंद्र रहा है।
- कुएं का पुनरुद्धार: लगभग 46 वर्षों से बंद पड़े इस कुएं की सफाई और पुनरुद्धार का कार्य हाल ही में आरंभ किया गया।
- मूर्तियों की खोज: सफाई के दौरान कुएं से विभिन्न देवताओं की मूर्तियां प्राप्त हुईं, जिनमें भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी, और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं शामिल हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया:
- श्रद्धालुओं की भीड़: मूर्तियों की प्राप्ति की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए मंदिर परिसर में एकत्रित हो रहे हैं।
- धार्मिक आयोजन: स्थानीय समुदाय द्वारा विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
पुरातात्विक महत्व:
- विशेषज्ञों की राय: पुरातत्वविदों के अनुसार, इन मूर्तियों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है, जो क्षेत्र की प्राचीन धार्मिक परंपराओं की जानकारी प्रदान करता है।
- संरक्षण की आवश्यकता: मूर्तियों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य की पीढ़ियां इस धरोहर से परिचित हो सकें।
आगे की योजना:
- सरकारी हस्तक्षेप: स्थानीय प्रशासन ने मंदिर और मूर्तियों के संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
- धार्मिक पर्यटन: इस घटना के बाद क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलने की संभावना है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा।
इस प्रकार, खग्गू सराय के मंदिर में मिलीं देव मूर्तियां न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनी हैं, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी उजागर करती हैं।