आयुष्मान भारत योजना में नए बदलाव – कौन होगा लाभार्थी?

आयुष्मान भारत योजना क्या है?

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY)” ने लाखों परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी है। लेकिन अब 2025 में इस योजना में कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं, जिनका सीधा असर आम जनता, विशेषकर गरीब और निम्न-मध्यम वर्ग पर पड़ेगा।
आइए जानते हैं — क्या हैं ये बदलाव, किसे मिलेगा लाभ, और क्या नए नियमों से आम आदमी की पहुँच आसान होगी या मुश्किल?

🔹 आयुष्मान भारत योजना क्या है?

आयुष्मान भारत योजना

आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड से की थी।
इसका उद्देश्य था – गरीब और वंचित वर्गों को कैशलेस और पेपरलेस इलाज की सुविधा देना।

इस योजना के तहत:

प्रति परिवार हर साल ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है।

यह सुविधा सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में उपलब्ध है।

इस योजना का लाभ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के गरीब परिवारों को मिलता है।

🔹 2025 में आए नए बदलाव क्या हैं?

सरकार ने 2025 में आयुष्मान भारत योजना के विस्तार और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आइए एक-एक करके समझते हैं:

🏷️ 1. लाभार्थी की पात्रता का नया निर्धारण

पहले योजना में पात्रता 2011 की SECC (Socio-Economic Caste Census) के आधार पर तय की गई थी।
लेकिन अब सरकार ने घोषणा की है कि 2024 की नई जनगणना और डिजिटल सर्वे के आधार पर पात्र परिवारों की सूची बनाई जाएगी।

➡️ इसका मतलब है —

अब ऐसे कई परिवार जो अब तक सूची से बाहर थे, उन्हें भी योजना का लाभ मिल सकेगा।

💳 2. ABHA (Ayushman Bharat Health Account) से जोड़ना अनिवार्य

अब हर लाभार्थी को ABHA ID (डिजिटल हेल्थ कार्ड) से जोड़ना जरूरी होगा।
यह एक यूनिक हेल्थ अकाउंट होगा, जिसमें व्यक्ति के इलाज, रिपोर्ट और दवाओं का पूरा डिजिटल रिकॉर्ड रहेगा।

➡️ इससे योजना में धोखाधड़ी और डुप्लीकेट कार्ड जैसी समस्याएँ कम होंगी।

🏥 3. कवर की गई बीमारियों की सूची बढ़ाई गई

पहले योजना में लगभग 1,600 बीमारियों का इलाज कवर था।
अब इसे बढ़ाकर 2,300 से अधिक बीमारियों को शामिल किया गया है।
इनमें कैंसर, किडनी ट्रांसप्लांट, लिवर सर्जरी, डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन और मानसिक स्वास्थ्य उपचार भी शामिल हैं।

➡️ यानी अब गंभीर बीमारियों का भी पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।

📱 4. मोबाइल ऐप और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम

सरकार ने नया “आयुष्मान भारत मोबाइल ऐप 2.0” लॉन्च किया है।
इसके ज़रिए अब लोग –

अपना पात्रता स्टेटस चेक कर सकते हैं,

ई-कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं,

और नजदीकी एम्पैनल्ड अस्पताल ढूंढ सकते हैं।

➡️ इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को लंबी लाइन में खड़ा होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

💰 5. आय सीमा का पुनर्निर्धारण

अब योजना में निम्न-मध्यम वर्ग (Lower Middle Class) के कुछ परिवारों को भी शामिल किया गया है।
पहले सिर्फ BPL (Below Poverty Line) परिवारों को लाभ मिलता था,
लेकिन अब ₹2.5 लाख वार्षिक आय तक वाले परिवार भी आवेदन कर सकते हैं।

➡️ इससे देश के लगभग 20 करोड़ नए नागरिकों को योजना में शामिल किया जाएगा।

🧾 6. निजी अस्पतालों के लिए सख्त निगरानी नियम

कई शिकायतों के बाद सरकार ने निजी अस्पतालों पर नियंत्रण बढ़ाया है।
अब अगर कोई अस्पताल फर्जी बिल या इलाज के नाम पर धोखाधड़ी करता पाया गया,
तो उसे काली सूची (Blacklist) में डाल दिया जाएगा और लाइसेंस रद्द हो सकता है।

➡️ यह कदम लाभार्थियों के अधिकारों की रक्षा करेगा।

🔹 कौन-कौन बनेगा लाभार्थी (Eligible Beneficiaries)?

नए नियमों के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना का लाभ निम्नलिखित परिवारों को मिलेगा:

ग्रामीण क्षेत्र के परिवार:

जिनके पास पक्का घर नहीं है

भूमिहीन मजदूर

अनपढ़ या सीमित शिक्षा वाले परिवार

दिव्यांग सदस्य वाले घर

शहरी क्षेत्र के परिवार:

रिक्शा चालक, मजदूर, सफाई कर्मचारी, घरेलू नौकर आदि

रेहड़ी-पटरी चलाने वाले और छोटे व्यापारी

निर्माण कार्य में लगे श्रमिक

निम्न-मध्यम वर्ग परिवार:

जिनकी वार्षिक आय ₹2.5 लाख तक है

सरकारी या निजी बीमा कवर नहीं है

🔹 कैसे करें आवेदन? (Registration Process 2025)

अब आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और मोबाइल आधारित कर दी गई है।
स्टेप बाय स्टेप ऐसे करें आवेदन:

👉 वेबसाइट पर जाएँ: https://pmjay.gov.in

👉 “Am I Eligible” सेक्शन में अपना मोबाइल नंबर या आधार नंबर डालें।

👉 यदि आप पात्र हैं, तो अपनी जानकारी व दस्तावेज अपलोड करें।

👉 ई-KYC वेरिफिकेशन पूरा करें।

👉 आपको एक डिजिटल आयुष्मान कार्ड (ABHA ID) मिल जाएगा,
जिसे डाउनलोड कर अस्पताल में दिखाया जा सकता है।

🔹 लाभार्थियों को क्या मिलेगा?

नए बदलावों के तहत लाभार्थी को:

प्रति परिवार ₹5 लाख तक कैशलेस इलाज

1,500+ सरकारी और निजी अस्पतालों में उपचार सुविधा

फ्री प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन सेवाएँ

डायग्नोस्टिक, टेस्ट और दवाओं का खर्च शामिल

PAN India उपयोग — यानी देश के किसी भी राज्य में इस्तेमाल किया जा सकता है।

🔹 अब तक का असर और भविष्य की दिशा

सरकार के आँकड़ों के अनुसार,
2018 से 2025 तक आयुष्मान भारत योजना से 6.3 करोड़ से अधिक परिवारों को लाभ मिला है।
कुल मिलाकर अब तक ₹1.25 लाख करोड़ से अधिक का इलाज मुफ्त किया गया है।

सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक 100% पात्र परिवारों को इस योजना के तहत लाया जाए।
इसके लिए राज्यों के साथ मिलकर ‘डोर-टू-डोर हेल्थ कार्ड ड्राइव’ शुरू की जा रही है।

🔹 चुनौतियाँ भी हैं

हालांकि योजना के सकारात्मक परिणाम दिखे हैं,
लेकिन इसके सामने कुछ चुनौतियाँ भी हैं:

कई ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी

निजी अस्पतालों का असहयोग

फंड की देरी और क्लेम रिजेक्शन की समस्याएँ

लाभार्थियों को योजना की जानकारी न होना

सरकार इन समस्याओं को दूर करने के लिए “आयुष्मान मित्र” अभियान चला रही है,
जहाँ हेल्थ वर्कर्स गाँवों में जाकर लोगों को योजना की जानकारी देंगे।

🟢 निष्कर्ष:

आम आदमी के लिए राहत या औपचारिक बदलाव?

आयुष्मान भारत योजना में हुए 2025 के बदलाव निश्चित रूप से
भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र को अधिक समावेशी और डिजिटल बना रहे हैं।

ABHA ID, नई पात्रता सूची और मोबाइल ऐप जैसी पहलें
इस योजना को भ्रष्टाचार-मुक्त और पारदर्शी बना सकती हैं।

हालाँकि, ज़मीनी स्तर पर इसके सफल क्रियान्वयन के लिए
राज्य सरकारों, अस्पतालों और आम जनता—तीनों की जागरूकता जरूरी है।

अगर यह सही तरह से लागू होती है,
तो यह योजना भारत में गरीबी और बीमारी के चक्र को तोड़ने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

👉 निष्कर्ष वाक्य:

“आयुष्मान भारत योजना के नए बदलाव केवल सरकारी घोषणा नहीं,
बल्कि भारत के हर नागरिक को ‘स्वस्थ भारत’ का अधिकार दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।”

 

📌 लेखक: KPR News डेस्क
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