Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में क्वेटा से पेशावर जा रही ‘जाफर एक्सप्रेस’ के हाईजैक होने से देशभर में हड़कंप मच गया। हथियारबंद बलूच विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला कर यात्रियों को बंधक बना लिया। इस दिल दहला देने वाली घटना में अब तक 155 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि सुरक्षाबलों की कार्रवाई में 27 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। आइए, जानते हैं कि आखिर इस ट्रेन को कैसे हाईजैक किया गया और मौजूदा हालात क्या हैं।
टनल में दबोची गई ट्रेन
Terrorists hijack train in Pakistan warn all 182 hostages ‘will be executed’ if demands unmet https://t.co/RWtkklEQdY pic.twitter.com/b5MYyWZUHm
— New York Post (@nypost) March 11, 2025
मंगलवार दोपहर, जब जाफर एक्सप्रेस 400 यात्रियों को लेकर बलूचिस्तान की पहाड़ियों से गुजर रही थी, तब अचानक गुडलार और पीरू कुनरी के पास एक सुरंग में हथियारबंद विद्रोहियों ने उस पर धावा बोल दिया। जैसे ही ट्रेन टनल नंबर 8 में दाखिल हुई, घात लगाकर बैठे आतंकियों ने इसे रोक लिया और सभी यात्रियों को बंधक बना लिया।
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकियों ने यात्रियों को ट्रेन से उतरने पर मजबूर कर दिया और कई घंटों तक उन्हें बंधक बनाए रखा। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर पहाड़ियों में भागने की फिराक में थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया।
बचाव अभियान और यात्रियों की सुरक्षा
पाकिस्तान सरकार की ओर से चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 155 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिनमें 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं। बाकी यात्रियों को बचाने के लिए ऑपरेशन अभी भी जारी है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ आतंकवादी अभी भी सुरंगों में छिपे हुए हैं और उन्हें ढूंढकर खत्म करने की रणनीति अपनाई जा रही है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही दिक्कतें
रेस्क्यू ऑपरेशन के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस इलाके का दुर्गम होना है। बोलन दर्रा और आसपास का इलाका पहाड़ियों और सुरंगों से भरा हुआ है, जहां मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं करता।
बोलन जिले के पुलिस अधिकारी राणा मुहम्मद दिलावर के अनुसार, सुरक्षा बलों को इस इलाके में चल रहे ऑपरेशन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके, सेना और सुरक्षा एजेंसियां लगातार कोशिश कर रही हैं कि सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।
कैसे हुई जाफर एक्सप्रेस की हाईजैकिंग?
- ट्रेन जैसे ही सुरंग में दाखिल हुई, बलूच विद्रोहियों ने हमला कर दिया।
- घने जंगलों और पहाड़ों के बीच स्थित इस सुरंग के नजदीक कोई बड़ा स्टेशन नहीं था, जिससे मदद देर से पहुंची।
- आतंकियों ने ट्रेन को चारों ओर से घेर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया।
- यात्रियों को डराने के लिए हवाई फायरिंग भी की गई।
- पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई शुरू की और धीरे-धीरे यात्रियों को छुड़ाने में सफलता पाई।
क्या है मौजूदा स्थिति? | Pakistan Train Hijack
पाकिस्तानी सरकार और सेना की संयुक्त कार्रवाई के चलते 27 आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया है। लेकिन अब भी कुछ आतंकवादी ट्रेन और आसपास के इलाकों में छिपे हुए हैं।
सुरक्षाबलों का कहना है कि जल्द ही पूरे इलाके को आतंकियों से मुक्त कर लिया जाएगा और बाकी यात्रियों को भी बचा लिया जाएगा।
बलूच विद्रोहियों का मकसद क्या? | Pakistan Train Hijack
बलूचिस्तान लंबे समय से अस्थिरता का केंद्र बना हुआ है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और अन्य विद्रोही गुट पाकिस्तान सरकार के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष छेड़े हुए हैं। इनका दावा है कि बलूचिस्तान की संपदा का दोहन किया जा रहा है और उन्हें उनके अधिकार नहीं दिए जा रहे।
जाफर एक्सप्रेस पर हमला भी इसी संघर्ष का एक हिस्सा माना जा रहा है, जहां आतंकियों ने सरकार को खुली चुनौती देने के लिए इस घटना को अंजाम दिया।
निष्कर्ष | Pakistan Train Hijack
यह ट्रेन हाईजैकिंग पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। सुरंग में ट्रेन रोककर आतंकियों ने जिस तरह से यात्रियों को बंधक बनाया, वह पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी है। अब देखना होगा कि पाकिस्तानी सरकार और सुरक्षाबल इस चुनौती से कैसे निपटते हैं और क्या भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं या नहीं।
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