Myanmar Thailand Earthquake: शुक्रवार का दिन म्यांमार और थाईलैंड के लोगों के लिए भयावह साबित हुआ। धरती के भीतर गहराई में उठे भूकंपीय झटकों ने हजारों जिंदगियों को संकट में डाल दिया। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, यह भूकंप म्यांमार के सागाइंग शहर के उत्तर-पश्चिम में 16 किलोमीटर की दूरी पर, 10 किलोमीटर की गहराई में आया था। अब तक 700 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अनुमान लगाया जा रहा है कि मृतकों की संख्या 10,000 से भी अधिक हो सकती है।
भूकंप का प्रभाव और बढ़ती मौतों की संख्या
इस भयानक आपदा ने सबसे ज्यादा तबाही म्यांमार में मचाई, जहां अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हैं। थाईलैंड में भी इस भूकंप का असर महसूस किया गया, लेकिन वहां मौतों का आंकड़ा अपेक्षाकृत कम रहा। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, थाईलैंड में 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 22 लोग घायल और 101 लापता बताए जा रहे हैं।
म्यांमार की सैन्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आपातकाल लागू कर दिया है। जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने अपने बयान में अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता और राहत कार्यों के लिए सहयोग की अपील की है।
भूकंप के दौरान का दृश्य: चश्मदीदों की आपबीती
भूकंप के समय मौजूद लोगों ने बताया कि इमारतें अचानक हिलने लगीं, जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। बैंकॉक में लोग अपने-अपने दफ्तरों और घरों से बाहर निकल आए। कई इमारतों में दरारें पड़ गईं और कुछ जगहों पर छतों से पानी गिरने लगा।
एक स्कॉटिश पर्यटक ने बताया, “अचानक सब कुछ हिलने लगा। लोग घबरा गए और जान बचाने के लिए भागने लगे। ऐसा लगा जैसे पूरी इमारत गिरने वाली हो।” सोशल मीडिया पर भी कई भयावह तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें तबाह हुए घर और गिरी हुई इमारतें देखी जा सकती हैं।
Myanmar Thailand Earthquake: राहत और बचाव कार्यों में आ रही दिक्कतें
म्यांमार में पहले से ही गृहयुद्ध की स्थिति बनी हुई है, जिससे राहत और बचाव कार्य और भी कठिन हो गए हैं। कई इलाकों में संचार व्यवस्था बाधित हो गई है, जिससे स्थिति की सटीक जानकारी मिलना मुश्किल हो रहा है।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार की जेल में बंद नेता आंग सान सू पूरी तरह सुरक्षित हैं और भूकंप का उन पर कोई असर नहीं पड़ा है। चीन ने भी म्यांमार में राहत कार्यों के लिए एक विशेष आपदा प्रतिक्रिया टीम भेजी है, जिसमें 37 विशेषज्ञ और 112 आपातकालीन बचाव उपकरण शामिल हैं।
Myanmar Thailand Earthquake: आगे की राह और पुनर्वास कार्य
इस त्रासदी ने दोनों देशों के लोगों को गहरे संकट में डाल दिया है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय मदद और राहत कार्यों से उम्मीद की जा सकती है कि स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो सके।
भूकंप से बचाव और सुरक्षा के लिए सरकारों को पहले से ही अधिक सशक्त और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है ताकि इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं के समय नुकसान को कम किया जा सके। म्यांमार और थाईलैंड में राहत और पुनर्वास कार्य तेज करने के साथ-साथ, अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भी अधिक सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
यह आपदा हमें याद दिलाती है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्क रहना और समय पर जरूरी उपाय करना कितना महत्वपूर्ण है। अब देखना यह होगा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से किए जा सकते हैं।
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