भारत में 6G की तैयारी तेजी से चल रही है, और सरकार इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है।
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि भारत 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है, और इसके लिए देश को डिजिटल रूप से मजबूत और एडवांस होना जरूरी है।
इसलिए भारत में उसी अनुसार तैयारी चल रही हैं, सरकार और भारतवासी अत्यंत उत्साहित हैं, क्योंकि हम तकनीकी युग में प्रवेश कर चुके हैं, हमारी वर्तमान और नयी पीढ़ी के रोजगार, जीवनशैली उसी अनुसार आगे बढ़ेगी, डेटा पर निर्भरता और तकनीकी का सदुपयोग आगे और बढ़ेगा l
सभी कार्यों में तकनीकी पर निर्भरता, स्मार्ट वर्क का अभ्यस्त जीवन शैली बढ़ेगी, हमारी शिक्षा प्रणामी हमारी, व्यावसायिक व्यवस्था, कृषि सहित घरेलु उपयोग में भी तकनीकी का महत्व बढ़ेगा, इसलिए 6G की महती आवश्यकता है l
इसलिए सरकार इसके लिए बहुत प्रयासरत है, जल्द ही भारत में इसका प्रचलन बढ़ेगा l
6G की विशेषताएं:
– तेज इंटरनेट स्पीड: 6G की मदद से यूजर को 100 Mbps तक की डेटा स्पीड मिल सकती है, जो 5G से 100 गुना तेज होगी।
– बेहतर बैटरी बैकअप: 6G नेटवर्क सैटेलाइट कनेक्टिविटी और AI-ड्रिवन कम्युनिकेशन को एकीकृत करेगा, जिससे बैटरी बैकअप में सुधार होगा।
– डिजिटल एडवांसमेंट: सरकार 6G तकनीक को बढ़ावा दे रही है ताकि देश डिजिटल रूप से मजबूत और एडवांस हो सके ¹।
भारत में 6G की तैयारी की स्थिति:
– इंडिया 6G एलायंस: दूरसंचार विभाग ने 2023 में इंडिया 6G एलायंस की गठन की है, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप्स, कंपनियों और निर्माताओं को एकजुट करके 6G इनोवेशन को बढ़ावा देना है।
– 5G की सफलता:
भारत ने रिकॉर्ड 22 महीनों में 5G लॉन्च किया, जो दुनिया में सबसे तेज था, और वर्तमान में देश के लगभग 99% क्षेत्र को कवर करता है।
भारत बनेगा स्वावलंबी
भारत में 6G की तैयारी तेजी से चल रही है, और सरकार इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है।
6G की विशेषताएं जैसे कि तेज इंटरनेट स्पीड और बेहतर बैटरी बैकअप देश को डिजिटल रूप से मजबूत और एडवांस बनाने में मदद करेंगी।
भारत स्वावलंबी बनेगा, आगे बढ़ेगा l