आज, 13 दिसंबर 2024, भारतीय शेयर बाजार में अचानक भारी गिरावट देखने को मिली, जिससे निवेशकों में खलबली मच गई। बीएसई (BSE) सेंसेक्स 1000 अंक गिरकर 80,180 के स्तर पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी भी 300 अंक गिरा और 24,200 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यह Stock Market Crash निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, और हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इसके पीछे के कारण क्या हैं।
Stock Market Crash
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि केवल भारती एयरटेल के शेयर में मामूली बढ़त देखी गई। एयरटेल के शेयर लगभग 1% ऊपर थे, जबकि Tata Steel, JSW Steel, और IndusInd Bank के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। वहीं निफ्टी के 50 शेयरों में से 48 गिरावट पर हैं, और केवल 2 शेयरों में तेजी देखी जा रही है। मेटल सेक्टर में सबसे अधिक गिरावट (2.45%) दर्ज की गई है, जो इस क्रैश का एक प्रमुख कारण है।
एशियाई बाजारों की मिलीजुली स्थिति
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण एशियाई बाजारों की कमजोरी है। जापान के Nikkei में 1.23% की गिरावट और चीन के Shanghai Composite इंडेक्स में 1.43% की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, दक्षिण कोरिया का Kospi इंडेक्स 0.50% की तेजी के साथ कारोबार कर रहा था। यह अंतरराष्ट्रीय बाजारों के दबाव का संकेत है, जो भारतीय बाजार पर भी असर डाल रहा है।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर
12 दिसंबर 2024 को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार में ₹3,560.01 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹2,646.65 करोड़ के शेयर खरीदे। यह बड़ा अंतर, विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार हो रही बिकवाली का नतीजा है, जिससे भारतीय बाजार पर दबाव बढ़ा है।
अमेरिकी बाजारों की कमजोरी का प्रभाव
अमेरिकी शेयर बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली है, जो भारतीय बाजार पर असर डाल रही है। 12 दिसंबर को अमेरिका का Dow Jones 0.53% गिरकर 43,914 पर बंद हुआ, जबकि S&P 500 0.54% की गिरावट के साथ 6,051 पर और Nasdaq 0.66% की गिरावट के साथ 19,902 पर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में मंदी की यह स्थिति, भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर रही है।
IPO मार्केट में हलचल
आज, 13 दिसंबर 2024 को International Gemological Institute का IPO खुला है। यह कंपनी डायमंड और ज्वेलरी को सर्टिफिकेट प्रदान करती है, और इस IPO के माध्यम से ₹4,225 करोड़ जुटाना चाहती है। इस IPO के चलते कुछ निवेशक इस सेक्टर की ओर आकर्षित हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान शेयर बाजार की गिरावट ने IPO में भी असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है।
कल भी रहा था बाजार कमजोर
12 दिसंबर 2024 को भी शेयर बाजार में गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स 236 अंक की गिरावट के साथ 81,289 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 93 अंक की गिरावट के साथ 24,548 पर बंद हुआ था। खासतौर पर एनर्जी, FMCG और ऑटो सेक्टर में गिरावट देखी गई थी, जबकि IT और बैंकिंग शेयरों में हल्की तेजी रही थी।
क्या है Stock Market Crash के प्रमुख कारण?
इस शेयर बाजार में गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण हैं, जो निवेशकों और बाजार के जानकारों के लिए महत्वपूर्ण हैं:
- वैश्विक बाजारों में गिरावट: एशियाई और अमेरिकी बाजारों में आई कमजोरी का सीधा असर भारतीय बाजार पर देखा गया।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी निवेशक लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।
- मेटल सेक्टर में गिरावट: मेटल सेक्टर में 2.45% की गिरावट प्रमुख कारणों में से एक है। यह सेक्टर वैश्विक आर्थिक मंदी के संकेतों से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
- ब्याज दरों की अनिश्चितता: आने वाले समय में ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों को चिंतित किया हुआ है, जो शेयर बाजार में बिकवाली का एक और कारण है।
निवेशकों के लिए सलाह
इस वक्त शेयर बाजार में भारी गिरावट के चलते निवेशकों के लिए संयम रखना बेहद जरूरी है। बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है, और इस तरह की स्थिति में जल्दबाजी में निर्णय लेना घाटे का सौदा साबित हो सकता है। अगर आप लंबे समय तक निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो अपने पोर्टफोलियो को संतुलित रखने पर ध्यान दें और अनुभवी वित्तीय सलाहकार की सलाह लें।
नतीजा: Stock Market Crash
13 दिसंबर 2024 को हुए इस शेयर बाजार में गिरावट ने भारतीय शेयर बाजार में भारी उथल-पुथल मचा दी है। सेंसेक्स में 1000 अंक की गिरावट और निफ्टी में 300 अंक की गिरावट ने निवेशकों के मन में चिंता पैदा कर दी है। हालांकि, निवेशकों को धैर्य रखने और विवेकपूर्ण निर्णय लेने की सलाह दी जाती है, क्योंकि बाजार की यह अस्थिरता कुछ समय के लिए हो सकती है।