गुरु घासीदास: सतनामी पंथ के संस्थापक और उनकी विरासत
वनों, नदियों और पहाड़ियों से घिरा छत्तीसगढ़ न केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए बल्कि अपनी आध्यात्मिक धरोहर के लिए भी प्रसिद्ध है। ऐसी पवित्र भूमि पर, 18 दिसम्बर 1756 को गिरौदपुरी नामक गाँव में एक बालक का जन्म हुआ, जिसने आगे चलकर छत्तीसगढ़ के समाज और धर्म को नई दिशा दी। वह बालक आगे चलकर…