पत्नियों की अदला-बदली : समाज का वीभत्स चेहरा

पत्नियों की अदला-बदली

वाइफ स्वैपिंग का यह शायद पहला मामला खुला है, किन्तु यूरोप की देखादेखी भारत के अपर क्लास में यह प्रचलन अब आम हो चुका है !

पिछले दिनों यूपी के एक गांव में वाइफ स्‍वैपिंग यानी दोस्‍तों में आपसी सहमति से अपनी-अपनी बीबियों की अदला-बदली का मामला सामने आया है. इस विवाद के  पेचीदा होते ही अंत में पुलिस को बीच में आना पड़ा.

शादी में समझौता या सौदा?


मामले का सबसे हैरान करने वाला पहलू तब सामने आया जब पप्पू की पत्नी ने समझौते के लिए 5 लाख रुपए और नई बाइक की मांग रखी. सवाल यह है कि क्या शादी अब समझौते का सौदा बन गई है? जहां कभी रिश्ता भरोसे और प्यार पर टिकता था, वहीं अब यह लेन-देन और दबाव में बदलता दिखाई देता है. यह सिर्फ एक केस नहीं है, बल्कि समाज में रिश्तों की बदलती सोच का आईना भी है.

यह कदम न केवल रिश्तों को तोड़ देता है बल्कि कानूनी पचड़ों और सामाजिक कलंक में भी फंसा सकता है.

भारत में पत्नियों का अदला-बदली का मामला

उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया. यह कोई हॉलीवुड फिल्म की कहानी नहीं, या फिर नेटफिलिक्स पर प्रसारित कोई दोयम दर्जे की शोर्ट मूवी, बल्कि यह एक असली जिंदगी की घटना है, जिसमें दो दोस्तों ने आपसी सहमति से अपनी-अपनी पत्नियों का अदला-बदली(wife swapping cases) करने का निर्णय लिया. प्रारंभ में यह एक मजाक या हल्की-फुल्की बातचीत लग सकती थी, लेकिन जल्द ही मामला इतना पेचीदा और विवादित हो गया कि स्थानीय पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. इस घटना ने न केवल गांव में बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों का ध्यान खींचा. इस मामले की पूरी कहानी और समझते हैं कि दोस्ती में किस मानसिकता के कारण वाइफ स्वैपिंग जैसे प्रचलन कैसे सामने आते हैं.

मामला क्या है ?


उत्तर प्रदेश में लोनी कटरा थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव के रहने वाले अनूप यादव और पप्पू कोरी अहमदाबाद, गुजरात में नौकरी करते थे. दोनों साथ रहते थे और इसी दौरान उनके बीच दोस्ती गहरी होती चली गई. लेकिन यह दोस्ती कब पत्नियों की अदला-बदली तक पहुंच गई, यह किसी ने सोचा भी नहीं था. अनूप की पत्नी ने चौकाने वाला आरोप आरोप था कि पति ने ही उसे अपने दोस्त पप्पू के साथ जबरन रहने के लिए कहा. वहीं, पप्पू ने पलटकर आरोप लगाया कि अनूप उसकी पत्नी को अपने साथ ले गया.

 

भरोसे पर चोट या रिश्तों की बाजीगरी


दोस्ती का असली आधार भरोसा होता है, लेकिन जब यही भरोसा टूटता है तो रिश्ते जहरीले हो जाते हैं. इस केस में दोनों दोस्त अब एक-दूसरे को धोखेबाज कह रहे हैं. अनूप की पत्नी का कहना है कि शादी के दो साल बाद पति ने उसे मायके छोड़ दिया और लौटने पर पप्पू के साथ रहने का दबाव बनाया. दूसरी ओर पप्पू ने पुलिस को बताया कि अनूप ने उसकी गैरमौजूदगी में उसकी पत्नी से नजदीकियां बढ़ाईं और उसे अपने साथ रहने पर मजबूर कर दिया.

शहरीकरण के दौर में यह आम बात है

पाश्चात्य जीवनशैली की देखादेखी कहें,या भारतीय जीवन शैली में हो रहे लगातार बदलावों का दौर, बढती सोशल मीडिया का प्रभाव कहें या मनुष्य जीवन में बढ़ता एकांकीपन या फिर सभी, कुल मिलकर मुद्दा यह है कि यह अब सामाजिक गिरावट के रूप में समाज में समाहित होता जा रहा है | बढ़ते विवाहोत्तर सम्बन्ध का अगला पड़ाव यही है, जब हमारी सामाजिक परम्पराएँ एवं आदर्श सभी को हम गिरते देख रहे हैं I आदर्श जीवन मूल्यों को संरक्षित रखते हुए मर्यादित सामाजिक जीवन जीने के भारतीय समाज विश्व में एक अलग पहचान लिए हुए था, किन्तु अब अपने पराभव की ओर लगातार बढ़ता दिखाई दे रहा है |

सामाजिक गिरावट का कुरूप चेहरा है : वाइफ स्वैपिंग

हिंदू विवाह को हमारे यहाँ पाणिग्रहण संस्कार कहा गया है I जब वर-वधू एक-दूसरे का हाथ पकड़कर विवाह करते हैं और जीवन भर के लिए गुण दोषों के साथ एक-दूसरे की जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं। कितना आदर्श वैवाहिक बंधन अपनाये गए हमारे पुरखों ने, किन्तु आज की पीढ़ी हमारे सामाजिक, धार्मिक एवं पारिवारिक आदर्शों को तोड़मरोड़ कर, लगातार अपनी कुरूपता की ओर बढ़ रहे हैं I यदि यही हाल रहा तो आज यह एक घटना सामने आई है, किन्तु अब इसे प्रचलन बनने में कोई देर नहीं |

लेखक

(प्रमोद कुमार)

अध्यक्ष #SRRO

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